कोटद्वार में आज हुई सीजन की पहली बारिश ने ही प्रशासन के दावों की पोल खोल कर रख दी है। पिछले साल बारिश से कोटद्वार में जगह जगह आई आपदा से हुए भारी नुकसान के बाद नदियों के पास हुए अवैध अतिक्रमण को चिन्हित किया गया था, और जल्द ही उन अतिक्रमण को हटाये जाने की बात कही गई थी। जिससे भविष्य में किसी तरह के जान माल का नुकसान न हो पाए। लेकिन प्रशासन की पोल आज सीजन की पहली बारिश ने ही खोल दी, जिसमे आज देखा गया की बारिश के कारण काशीरामपुर तल्ला में आधा मकान बह गया। जिससे साफ जाहिर होता है की अधिकारियों के लिए किसी के भी जान माल की कोई कीमत नहीं और न ही ये अपने कर्तव्य को ठीक से निभा रहे है। यही नहीं कई जगह गली मोहल्ले आज बारिश में जल मग्न होते दिखाई दिए। आज काशीरामपुर तल्ला के कुष्ठ आश्रम की तरफ रहने वाले एक परिवार का आधा मकान गिर गया। गनीमत रही उस समय मकान में कोई नही था। बीते वर्ष 40 मकान नदी में समा गए थे। जबकि मौसम विभाग ने इस बार सामान्य से अधिक बारिश होने की बात कही है उसके बाद भी कोटद्वार प्रशासन हाथ पर हाथ धरे बैठा है। पहली बारिश से ही नदी किनारे रहने वाले लोगों में खौफ हो गया है। इसके बावजूद में प्रशासन लोगो के जान माल का नुकसान होता देखने के लिए तैयार बैठा है पर काम करने को तैयार नहीं।
कोटद्वार में आज पहली बारिश से ही लोगों के घर बहना शुरू। नदी किनारे चिन्हित हुए अतिक्रमण अब तक नहीं हटाए गए
