कोटद्वार में आचार्य बालकृष्ण के जन्मदिवस पर ज्वालपा योग प्राकृतिक संरक्षण समिति द्वारा विचार गोष्ठी का आयोजन। राज्यमंत्री राजेंद्र अंथवाल ने बताया जड़ी बूटियों का महत्व
आचार्य बालकृष्ण के जन्मदिवस पर आज कोटद्वार में आज ज्वालपा योग प्राकृतिक जड़ी बूटी संरक्षण समिति द्वारा कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमे समिति के संरक्षक राजमंत्री प. राजेंद्र अंथवाल ने हमारे जीवन में जड़ी बूटियों का महत्व बताया। कहा की जड़ी-बूटियां आमतौर पर पौधों से प्राप्त होती हैं। पूरे पौधे को भी एक जड़ी-बूटी के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है और उसका कोई एक हिस्सा भी जैसे पौधे से प्राप्त होने वाला फल, फूल, बीज, शाखा, जड़ या पत्ते आदि। जड़ी बूटियों का इस्तेमाल विभिन्न कार्यों के लिए किया जाता है, जैसे भोजन, सप्लीमेंट, स्वादिष्ट व सुगंधित बनाने वाले मसाले आदि। इतना ही नहीं जड़ी बूटियों का इस्तेमाल दवाएं बनाने और संरक्षकों के रूप में भी किया जाता है। जड़ी-बूटियां अलग-अलग प्रकार की होती हैं, जिनमें से कुछ को ताजा और अन्य को सुखाकर इस्तेमाल किया जाता है। जबकि कुछ प्रकार की जड़ी बूटियों को ताजा व सुखा कर दोनों प्रकार से इस्तेमाल किया जा सकता है। इसी कारण से इन जड़ी बूटियों से बनी दवाएं टी-बैग, टेबलेट, कैप्सूल और सिरप के रूप में मिलती हैं। इस दौरान मुन्ना लाल मिश्रा, संजय रावत सहित ज्वालपा योग प्राकृतिक जड़ी बूटी संरक्षण समिति के कई सदस्य मौजूद रहे।