कोटद्वार से दिल्ली जा रही बस के चालक परिचालक से यात्रियों ने की मारपीट, दूसरी बस में चढ़कर हुए फरार
कोटद्वार। उत्तराखंड परिवहन निगम ने कोटद्वार से दिल्ली का किराया बढ़ा दिया है। दरअसल सावन मास की कांवड़ यात्रा के दौरान कोटद्वार की रोडवेज बसों का रूट डायवर्ट किया गया है। कोटद्वार से दिल्ली पहुंचने में न केवल यात्रियों के जेब पर अतिरिक्त भार पड़ा है, बल्कि सफर में समय भी काफी अधिक लग रहा है।कोटद्वार राेडवेज डिपो से दिल्ली के लिए डेढ़ दर्जन बसों का संचालन किया जाता है। सावन मास की शुरुआत होते ही कांवड़ यात्रा का भी श्रीगणेश हो गया। पश्चिमी उत्तर प्रदेश समेत एनसीआर रीजन के बड़ी संख्या में कांवड़ यात्री कांवड़ में गंगाजल लेकर मंजिल की ओर बढ़ रहे हैं। यात्रियों की सुरक्षा और किसी तरह के अवरोध से बचने के लिए कई जगहों पर रूट डायवर्ट किया गया है। जिस कारण कोटद्वार से दिल्ली जाने वाली बसों को वैकल्पिक मार्ग मवाना-किठौर-हापुड़-पिलखुआ से गुजारा जा रहा है। जिससे दिल्ली की दूरी 25 किलोमीटर बढ़ गई है। डीजल आदि खर्च बढ़ने का संज्ञान लेते हुए उत्तराखंड परिवहन निगम ने कोटद्वार से दिल्ली का किराया 35 रुपये बढ़ाते हुए 335 रुपये के स्थान पर 370 रुपये कर दिया है।
रोडवेज बस स्टैंड पर दिल्ली जाने के लिए बस की प्रतीक्षा में खड़े यात्रियों विप्लव रावत, ज्योति एवं लव का कहना था कि पहले तो उन्हें बस की लंबी प्रतीक्षा करनी पड़ी। बस के संबंध में पूछताछ खिड़की से पूछने पर यह नहीं बताया गया कि बस कितने बजे उपलब्ध होगी। गंगाराम गुसाईं, शीला देवी का कहना था कि पहले किराया क्या कम था, जो एक झटके में 35 रुपये और बढ़ा दिए। गजेंद्र सिंह ने बस के दिल्ली पहुंचने के समय के बारे में भी रोडवेज बसों के चालक-परिचालक द्वारा सही जानकारी न देने की बात कही।
डिपो के कार्यवाहक प्रभारी सुनील चौहान ने बताया कि कांवड़ यात्रा के कारण मेरठ से पहले मवाना क्षेत्र में रूट डायवर्ट किया गया है। मवाना से किठौर, हापुड़, पिलखुआ होते हुए बसें दिल्ली जा पा रही हैं। सफर तो 25 किलोमीटर लंबा हुआ है, उसमें भी कई जगह जबरदस्त जाम लग रहा है। यात्रा बढ़ने से किराया बढ़ना स्वभाविक है और जगह-जगह जाम लगने के कारण समय को लेकर स्थिति स्पष्ट नहीं की जा सकती। उन्होंने बताया कि शिवरात्रि के बाद संभवत: स्थिति सामान्य हो जाएगी। उन्होंने यात्रियों से सहयोग की अपील की।