कोटद्वार में बेसमेंट का मामला कई लोगों ने डाला सीएम पोर्टल पर। बारातघाट, शराब बार, रेस्टोरेंट, जिम, हॉस्पिटल सभी पर कार्यवाही की मांग। कांग्रेसी नेताओं के कॉम्प्लेक्स भी शामिल, इसलिए खामोश। भाजपा नेताओं का भी नही आया कोई बयान
दिल्ली के एक कोचिंग के बेसमेंट में पानी भरने से हुई तीन छात्रों की मौत के बाद कोटद्वार प्रशासन द्वारा भी कोटद्वार में कई कोचिंग सेंटर में छापेमारी करते हुए उनपर कार्यवाही की गई, लेकिन कोटद्वार प्रशासन अब सवालों के घेरे में खड़ा हो गया है। दरअसल हालही में कोटद्वार एसडीएम, तहसीलदार, नगर निगम, शिक्षा विभाग और अग्निशमन की संयुक्त टीम ने कोचिंग सेंटरों पर तो कार्यवाही की, लेकिन बेसमेंट में चलने वाले अन्य प्रतिष्ठानों पर अब तक कोई कार्यवाही नहीं हुई। जिसको लेकर कई लोगों ने अब सीएम पोर्टल पर इस संबंध में शिकायत की है। जिनमे से एक स्थानीय व्यक्ति हार्दिक सिंह ने बताया कि हमारे द्वारा सीएम पोर्टल पर शिकायत करते हुए बताया गया की मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और जिलाधिकारी गढ़वाल के निर्देश पर एक हफ्ते पहले कोटद्वार एसडीएम, तहसीलदार, नगर निगम, शिक्षा विभाग और अग्निशमन विभाग द्वारा कोटद्वार में कई कोचिंग सेंटर पर छापेमारी की और बेसमेंट के चलने वाले एक कोचिंग सेंटर को सील भी किया। लेकिन अब भी कोटद्वार में बेसमेंट में हॉस्पिटल, बारात घर, शराब बार, रेस्टोरेंट, जिम और अन्य प्रतिष्ठान चल रहे है। बेसमेंट में पर्याप्त प्राकृतिक सूर्यप्रकाश न होने, सीलन अत्यधिक होने, ऑक्सीजन लेवल सामान्य न होने की संभावना बनी रहती है जो शरीर के लिए नुकसानदायक है। जो कई लोगो की जान के लिए खतरा बन सकता है, ऐसे में जनहित में उक्त सभी श्रेणी के प्रतिष्ठानों पर तत्काल कार्यवाही करना अति आवश्यक है। और यदि अधिकारी मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के आदेशों का सही से पालन नहीं करते है तो सरकार की छवि धूमिल करने वाले अधिकारियों पर भी कार्यवाही होनी चाहिए। कृपया जनहित में इस शिकायत पर कार्यवाही करने का कष्ट करें।
वही इस मामले में सामाजिक कार्यकर्ता मुजीब नैथानी ने बताया कि एसडीएम कोटद्वार भाजपा नेताओं के दबाव में काम कर रहे है। अब तक बेसमेंट पर कार्यवाही को लेकर कोटद्वार के किसी बड़े भाजपा नेता का बयान सामने नहीं आया है, वही कोटद्वार में कांग्रेस पार्टी भी इस मामले में खामोश बैठी है सूत्रों के अनुसार कोटद्वार में एक बड़े नेता का शराब बार भी बेसमेंट में होने के साथ ही नगर निगम मेयर हेमलता नेगी के समय पर भी कई बेसमेंट ऐसे बने जिनमे पार्किंग और स्टोर रूम की जगह अन्य व्यवसायिक प्रतिष्ठान चल रहे है। जिस कारण कांग्रेस पार्टी भी इतने बड़े हादसे के बाद खामोश बैठी है।