कोटद्वार में जनता का बेवकूफ बनाने में भाजपा और कांग्रेस दोनों के ही नेताओ ने कोई कसर नहीं छोड़ी। दोनो ही एक दूसरे के भ्रष्टाचार में खामोश होकर आखें बंद कर लेते है। जहा एक तरफ कोटद्वार की जनता सड़कों की मरम्मत के लिए चीख चीख कर बोलती रही है वही कांग्रेस पार्टी की मेयर हेमलता नेगी के कार्यकाल में ज्यादातर उन्ही सड़कों का निर्माण हुआ जहा कांग्रेसी नेताओं के कॉम्प्लेक्स है। यही नहीं तस्वीर में साफ देख सकते है की एक कांग्रेसी प्रॉपर्टी डीलर द्वारा की जा रही प्लॉटिंग में नगर निगम ने उस जगह भी सड़क बना दी गई जहा एक भी घर नही है, जिससे सड़क दिखाकर प्रॉपर्टी के अच्छे रेट मिल सके। मेयर हेमलता नेगी, कांग्रेस नगर अध्यक्ष और जिलाध्यक्ष की मिलीभगत के चलते हेमलता नेगी के कार्यकाल में लगातार ऐसे कॉम्प्लेक्स और बिल्डिंग बनी जिनमे पार्किंग नही है, वाशरूम नही है और अन्य सुविधाएं नहीं है। वही कांग्रेसी नेता द्वारा कब्रिस्तान की भूमि पर होटल निर्माण पर भी कांग्रेसी चुप रहे। इसके साथ ही कोटद्वार में रियल स्टेट रेगुलेटरी अथॉरिटी के साथ मिलकर भी कांग्रेसियों ने अपने चहेतों के अवैध निर्माण पर होने वाली कार्यवाही कुछ दिन के लिए रुकवा ली, जो बाद में खरीदार को भारी पड़ सकती है। रेरा और नगर निगम के अधिकारी क्या केवल वेतन लेकर इन प्लॉटिंग वालों के साथ मिले हुए हैं जो केवल लोगों द्वारा की गई शिकायतों पर ही नोटिस भेजते हैं नहीं तो सोए रहते हैं…यही कारण है की कोटद्वार में भ्रष्ट कांग्रेसी नेताओं की छवि के कारण लोकसभा सांसद के लिए कांग्रेस प्रत्याशी गणेश गोदियाल को वोट कम पड़े थे और अब नगर निगम चुनाव में भी शायद ऐसे ही परिणाम दिखेंगे।
कोटद्वार में कांग्रेसी प्रॉपर्टी डीलर को फायदा पहुंचाने के लिए वहा भी बन गई सड़क, जहा एक भी घर नही। मेयर हेमलता नेगी जवाब दो
