कोटद्वार के-प्राइड मॉल के दुकानदारों ने मिलकर अपने ही बेसमेंट में चलने वाले बारातघर के खिलाफ मुख्य सचिव और डीएम को भेजा पत्र। कार्यवाही की मांग की, साहब अब तो कार्यवाही कर लो
कोटद्वार की बिल्डिंगो में बने हादसों को न्योता देने वाले बेसमेंट को लेकर जनता के आक्रोश है, वही इस मामले में कोई ठोस कार्यवाही नही हो रही है जिसके बाद स्थानीय विधायक और चुप बैठी विपक्षी पार्टी कांग्रेस से भी जनता की नाराजगी है। दिल्ली में एक बेसमेंट हुए दर्दनाक हादसे में तीन छात्रों की मौत के बाद भी ठोस कार्यवाही न होना यानी नेताओ और अधिकारियों की मनमानी और जनता की जान से खिलवाड़ साफ दिख रहा है। कोटद्वार में अब स्तिथि ये हो गई है की खुद अपनी ही बिल्डिंग के लोगों ने मिलकर अपनी ही बिल्डिंग में बने बेसमेंट के खिलाफ हल्ला बोल दिया है क्योंकि उस बिल्डिंग के दुकानदारों को जहा पार्किंग होनी थी वहा बारातघर बना दिया गया। आपको बता दें कि के-प्राइड मॉल शॉप ऑनर्स एसोसियेशन द्वारा एसडीएम कोटद्वार, डीएम पौड़ी और मुख्य सचिव उत्तराखंड शासन को पत्र भेजकर बताया गया है की के-प्राइड मॉल के नाम से एक व्यवसायिक प्रतिष्ठान शिब्बूनगर, तड़ियाल चौक कोटद्वार में स्थित है और इस मॉल में मानकों के विपरीत एवं किसी प्राधिकरण अथवा शासन की स्वीकृति के बिना बेसमेन्ट में अनाधिकृत तरीके से बारात घर/ कम्युनिटी हॉल संचालित किया जा रहा है जो मानवीय जीवन से घोर खिलवाड़ है, जहा किसी भी समय पर कोई अप्रिय घटना घटित हो सकती है। इस सम्बन्ध में के-प्राइड मॉल शॉप आर्नस वेलफेयर एसोसियेशन तड़ियाल चौक शिब्बूनगर कोटद्वार द्वारा समय-समय पर सक्षम अधिकारियों को अवगत कराया जा चुका है जिसमें अभी तक कोई कार्यवाही नहीं हुयी है।
अब इस दर्दनाक घटना के बाद एक बार फिर ये पत्र जिले से लेकर राज्य तक अधिकारियों को भेजा गया है। इतना कुछ होने के बाद अब देखना है की अधिकारी इसमें कार्यवाही करते है, अपना कि निजी लाभ देखते है या राजनीतिक दबाव में चुप बैठकर किसी बड़े हादसे का इंतजार करते है। क्योंकि कोटद्वार के संबंधित विभागों को पहले भी कोर्ट द्वारा, प्राधिकरण द्वारा और उच्चाधिकारियों द्वारा अवैध निर्माण पर कार्यवाही के आदेश दिए गए थे जिनपर उनके द्वारा कोई ठोस कार्यवाही नही की गई है।