अंकिता भंडारी के हत्यारों को ‘कठोर आजीवन कारावास’ की सजा कराने में कोटद्वार के दो एडवोकेट्स की रही मुख्य भूमिका, एक-एक गवाह की चार दिन तक हुई गवाही। दोषियों की पैरवी करने वाले हाइकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट के एडवोकेट्स भी हुए नाकाम, इंसाफ दिलाने के लिए किया हर संभव प्रयास

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