घोटालो का प्रमुख केंद्र बना नगर निगम हरिद्वार, होल्डिंग प्रचार टेंडर में करोड़ों की धांधली के बाद सामने आया घाट पर लगे सफाई कर्मचारियों का बड़ा मामला,,,,,
घोटालो का प्रमुख केंद्र बना नगर निगम हरिद्वार, होल्डिंग प्रचार टेंडर में करोड़ों की धांधली के बाद सामने आया घाट पर लगे सफाई कर्मचारियों का बड़ा मामला,,,,,
ABPINDIANEWS,हरिद्वार – पिछले कई वर्षों से लगातार घोटालों का प्रमुख केंद्र बना हुआ है नगर निगम हरिद्वार आपको ज्ञात होगा कि होल्डिंग टेंडर को लेकर लगातार सुर्ख़यों में रहने वाले नगर आयुक्त दयानंद सरस्वती को पहले भी मेयर एवं स्थानीय जनता द्वारा द्वारा कई बार घेरा जा चुका है। अंततः नगर निगम हरिद्वार की मेयर अनीता शर्मा एवं स्थानीय जनता एवं पार्षदों के विरोध के बाद कई साल बाद कार्यवाही करते हुए अवैध होल्डिंग को को चिन्हित कर हटाने के निर्देश दिए गए। प्राप्त सूत्रों की माने तो फोल्डिंग की इस धांधली से प्रतिवर्ष नगर निगम हरिद्वार को कई लाख का चूनालग रहा है।
मनसा देवी रोपवे- आपको ज्ञात होगा कि कुछ समय पूर्व ऊषा ब्रेक्रो द्वारा संचालित मनसा देवी उड़न खटोले की लीज समाप्त होने का मामला भी काफी सुर्खियों में बना रहा जिसमें कई प्रकार के वाद-विवाद के बाद आपसी सहमति उपरांत उसे संचालित करने हेतु अनुमति दी गई। उक्त कांड की अपने समय में परस्पर लेनदेन को लेकर काफी सुर्खियां में बना रहा।
नगर निगम हरिद्वार द्वारा शहर की साफ सफाई व्यवस्था हेतु किए जाने वाले कूड़ा निस्तारण के तरीके को लेकर भी स्थानीय जनता को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। कूड़ा निस्तारण के लिए कार्यरत कंपनी की कार्यशैली से समूचा शहर परेशान है। जहां एक और कूड़े निस्तारण को लेकर नगर निगम हरिद्वार बड़े-बड़े दावे करता है वहीं दूसरी ओर शहर के मुख्य बिंदुओं पर कूड़े के एकत्र कर उसको खुली गाड़ियों में निस्तारण हेतु लेकर जाते हैं। वह कूड़ा गाड़ी भयंकर दुर्गंध एवं कूडा गिराते हुए शहर के मुख्य मार्गो से होकर गुजरती है। ज्वालापुर बीएचईएल बेरियल के पास, भगत सिंह चौक, चंडी घाट एंव शहर में कई अन्य जगह कूड़ा एकत्रित करने के लिए स्टॉक बनाए हुए हैं। भयंकर दुर्गंध एवं जगह-जगह पड़े गंदगी के चलते इन जगाहो की स्थिति ऐसी है कि वहां से लोगों का गुजरना मुश्किल हो गया है।
और अब स्थानीय पार्षद कन्हैया खेवडिया ने हरिद्वार घाटों की सफाई पर लगे सफाई कर्मचारियों की संख्या को लेकर नगर निगम पर लगाए धांधली के आरोप। नगर निगम हरिद्वार ने घाटों पर लगे 50 सफाई कर्मचारियों की सेवाएं समाप्त कर दी है जिनका 2 महीने से भुगतान भी नहीं किया गया है। उक्त विषय में कर्मचारी यूनियन के कार्यवाहक अध्यक्ष अमन गर्ग और मुरली मनोहर कर्मचारियों के साथ नगर आयुक्त कार्यालय पहुंचे जहां कुछ समय बाद हर की पौड़ी के पूर्व पार्षद कन्हैया खेवडिया मौके पर पहुंच गए। निकाले गए कर्मचारियों की वापसी एवं उनके भुगतान को लेकर बातचीत में माहौल गर्म होने के चलते सफाई कर्मचारी पक्ष एवं दयानंद सरस्वती के बीच तीखी नोकझोंक और धक्का-मुक्की हुई। जिसके बाद नगर आयुक्त दयानंद सरस्वती अपनी बेटी की तबीयत का हवाला देते हुए अपने ऑफिस से निकल कर गाड़ी में बैठकर नगर निगम से बाहर चले गए।जाने से पहले वह निकाले गए किसी भी कर्मचारी को वापस ना रखने की बात कहकर रवाना हुए। वहीं दूसरी ओर कर्मचारियों का कहना है कि उनका भुगतान न होने के चलते उनके बच्चों के नाम स्कूल से काट दिए गए है तो वह इंसाफ के लिए किसके पास जाए। कन्हैया खेवरिया ने नगर निगम पर आरोप लगाया कि घाटो में सफाई व्यवस्थाओं के नाम पर कागजो में सैकड़ों कर्मचारी दिखाए जा रहे हैं जबकि वास्तविकता एवं मौके पर स्थिति आंकड़ों से बिल्कुल भी नजर आती है।